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आज चांद कब निकलेगा – सकट चौथ व्रत कथा और चांद का समय

आज चांद कब निकलेगा – सकट चौथ व्रत कथा

आज चांद के उगने का समय जानें और सकट चौथ का पालन करें।

आज चांद कब निकलेगा?

आज का दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो सकट चौथ व्रत का पालन कर रहे हैं। यह व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा अपने परिवार के सुख-समृद्धि और लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। इस दिन चांद का समय जानना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि व्रति चांद के निकलने के बाद ही अपना उपवास खोल सकती हैं।

आज, 17 जनवरी 2025, को चांद का निकलने का समय लगभग  9:09 PM है। यह समय सामान्यतः भारत के अधिकांश हिस्सों में समान रहेगा, हालांकि स्थान के हिसाब से थोड़ा भिन्न हो सकता है। इस समय के आस-पास चांद को देखा जा सकता है और व्रति अपना उपवास खोल सकती हैं।


सकट चौथ क्या है?

सकट चौथ एक विशेष हिंदू पर्व है, जिसे खासकर महिलाएं अपने परिवार के सुख और समृद्धि के लिए मनाती हैं। इस दिन महिलाएं पूरे दिन उपवासी रहती हैं और सकट चौथ व्रत कथा सुनती हैं। यह कथा भगवान गणेश से जुड़ी हुई है, जिसमें उनके द्वारा अपने भक्तों की मुश्किलों को हल करने की कहानी सुनाई जाती है। महिलाएं इस दिन का पालन करके भगवान गणेश से आशीर्वाद प्राप्त करती हैं और अपने परिवार के सुख और स्वास्थ्य की कामना करती हैं।


सकट चौथ व्रत कथा

सकट चौथ व्रत कथा का पालन करना इस दिन के सबसे अहम हिस्सों में से एक है। यह कथा भगवान गणेश से जुड़ी हुई होती है, जिसमें बताया जाता है कि कैसे उन्होंने अपने भक्तों की कठिनाइयों को दूर किया और उन्हें सुख-शांति दी। व्रति इस कथा को सुनकर मानसिक शांति प्राप्त करती हैं और इस दिन के महत्व को समझती हैं।

कथा के दौरान महिलाओं को बताया जाता है कि व्रत रखने से घर में समृद्धि आती है और परिवार में खुशियां बनी रहती हैं। इस दिन व्रति विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा करती हैं और उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करती हैं।


चांद का समय आज

आज चांद कब निकलेगा यह सवाल व्रति के लिए खास महत्व रखता है। सकट चौथ व्रत के दिन, महिलाएं पूरे दिन उपवासी रहती हैं और जैसे ही चांद निकलता है, वे अपना व्रत खोलती हैं।

आज, 17 जनवरी 2025, चांद का समय लगभग 9:09 बजे है। इस समय व्रति अपना उपवास तोड़ सकती हैं और चांद को देखकर भगवान गणेश की पूजा करके अपना व्रत समाप्त करती हैं। चांद के निकलने के बाद पूजा की जाती है और तिलकुट (तिल और गुड़ से बनी मिठाई) अर्पित की जाती है, जो इस दिन की विशेषता है।


व्रत विधि

सकट चौथ व्रत विधि में पूरे दिन उपवासी रहना होता है। महिलाएं इस दिन को खास तरीके से मनाती हैं। दिनभर पूजा, भजन और मंत्रों का जाप करती हैं और चांद के निकलने का इंतजार करती हैं।

चांद के निकलने के बाद, व्रति अपना व्रत खोलती हैं और भगवान गणेश की पूजा करती हैं। इस दिन के दौरान, महिलाएं विशेष रूप से तिलकुट (तिल और गुड़ से बनी मिठाई) का प्रसाद अर्पित करती हैं और परिवार के सभी सदस्य इसका सेवन करते हैं। यह मिठाई इस दिन की पूजा का खास हिस्सा है और इसे भगवान गणेश को अर्पित किया जाता है।

इस दिन का महत्व विशेष रूप से इसलिए भी है क्योंकि यह व्रत समृद्धि, सुख-शांति और लंबी उम्र की कामना के लिए होता है। महिलाएं इस दिन के दौरान भगवान गणेश से अपने परिवार की खुशहाली और स्वास्थ्य की प्रार्थना करती हैं।


निष्कर्ष

आज, 17 जनवरी 2025, को चांद का समय शाम 9:09 बजे के आस-पास है। इस समय चांद के निकलने के बाद व्रति अपना उपवास खोल सकती हैं और भगवान गणेश की पूजा कर सकती हैं। यह दिन विशेष रूप से सकट चौथ व्रत कथा और पूजा के माध्यम से सुख-समृद्धि और आशीर्वाद प्राप्त करने का होता है।

अगर आप भी इस दिन का पालन कर रहे हैं, तो इस वक्त चांद का समय जानकर अपना व्रत सही तरीके से खोलें और भगवान गणेश से आशीर्वाद प्राप्त करें। इस दिन की पूजा से आपके परिवार में खुशहाली और समृद्धि आएगी

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